फिशिंग इंडस्ट्री में महिला श्रमिकों की भूमिका

फिशिंग इंडस्ट्री में महिला श्रमिकों की भूमिका

फिशिंग इंडस्ट्री में महिलाओं का पारंपरिक योगदानभारत के तटीय क्षेत्रों में मछली पकड़ने की परंपरा सदियों पुरानी है, और इसमें महिलाओं की भूमिका हमेशा से महत्वपूर्ण रही है। पारंपरिक रूप…
व्यावसायिक मत्स्य पालन के लिए भारतीय नदियों और झीलों का महत्त्व

व्यावसायिक मत्स्य पालन के लिए भारतीय नदियों और झीलों का महत्त्व

1. परिचय और सांस्कृतिक संदर्भभारतीय नदियाँ और झीलें न केवल जल जीवन का आधार हैं, बल्कि सदियों से भारतीय समाज की सांस्कृतिक आत्मा में भी रची-बसी हैं। सिंधु, गंगा, यमुना,…
एफएसएसएआई और स्थानीय मानदंड: भारत में मछली की गुणवत्ता और सुरक्षा

एफएसएसएआई और स्थानीय मानदंड: भारत में मछली की गुणवत्ता और सुरक्षा

1. एफएसएसएआई का संक्षिप्त परिचयभारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआई) भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन एक स्वतंत्र संस्था है। इसकी स्थापना 2008 में ‘खाद्य…
उत्तर भारत में आइस फिशिंग परंपरा: कश्मीर और हिमाचल प्रदेश

उत्तर भारत में आइस फिशिंग परंपरा: कश्मीर और हिमाचल प्रदेश

उत्तर भारत की बर्फ से ढकी झीलों में मछली पकड़ने की परंपराउत्तर भारत के कश्मीर और हिमाचल प्रदेश जैसे ठंडे इलाकों में सर्दियों के मौसम में जब झीलें पूरी तरह…
व्यावसायिक मछुआरों के जीवन की चुनौतियाँ और संघर्ष

व्यावसायिक मछुआरों के जीवन की चुनौतियाँ और संघर्ष

1. परिचय: भारतीय व्यावसायिक मछुआरों की ज़िंदगी का संक्षिप्त परिचयभारत के समुद्री और अंतर्देशीय क्षेत्रों में लाखों परिवार अपनी आजीविका के लिए मछली पकड़ने पर निर्भर हैं। केरल, पश्चिम बंगाल,…